Corona BF.7 से आने वाले 40 दिन भारत के लिए हो सकते हैं गंभीर
Covid 19:- China अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा खुद तो परेशान हो ही रहा है, पूरी दुनिया को भी एक बड़े खतरे में डाल रहा है। अभी 2019 से 2021 तक के दर्द से लोग उभरे भी नहीं थे, आर्थिक स्थिति अपनों के खोने के दर्द को भूल पाना आज भी मुश्किल हो रहा है कि फिर वह नया दर्द लेकर दुनिया वालों को व अपने देश के नागरिकों की जान से खेलने चल पड़ा है। आधिकारिक सूत्रों कि मानें तो आने वाले 30 से 35 दिन भारत के नागरिकों के लिए काफी गंभीर हो सकतेन हैं, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक जनवरी में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है भारत में एक बार फिर हो सकता है कि कोरोना वायरस पाया जा सके क्योंकि पिछले आंकड़ों को देखते हुए यह कहा जा रहा है इस समय देश में कोरोना के सक्रिय मामले 3609 हो गए हैं। शुक्रवार को सुबह 8:00 बजे की मिली अपडेट के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के 243 नए मामले दर्ज किए गए हैं इसके साथ ही कोरोना की शुरुआत से अब तक देशभर में कोरोना मामले बढ़कर 4.46 करोड़ हो गए हैं। वही पिछले 24 घंटों के आंकड़ों को देखा जाए तो महाराष्ट्र में शुरुआत से अब तक मामलों की संख्या 4,46,78,158 दर्ज की गई और बीते एक दिन में यहां एक की मौत हुई है और एक दिन पहले देशभर में 268 नए मामले दर्ज हुए थे। वहीं मंत्रालय ने 24 घंटों में कोविड का पता लगाने के लिए 2,13,080 लोगों का कोविड टेस्ट किया है।

कोरोना से चीन की हालत हुई बद से कई ज्यादा बदतर
यूरो न्यूज़ के अनुसार चीन के अस्पतालों में सामान्य से चार से पाँच गुना ज्यादा मरीज है। जिसमें ज्यादातर बुजुर्ग है और उनको चिकित्सा मदद मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।क्योंकि चीन के अस्पतालों में मरीजों के लिए ना तो बेड है और ना ही दवाइयां उनको बोला जा रहा है कि आप अपनी बुकिंग करवा दीजिए और जब भी यहां पर जगह होगी तो आपको फोन करके बुला लिया जाएगा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में फिलहाल हर रोज लाखों के हिसाब से नए मामले दर्द हो रहे हैं। वहीं 2023 में कम से कम 10 लाख लोगों की मौत की भविष्यवाणी की जा रही है।

इटली के लिए इस समय चीन बहुत बड़ा खतरा बन रहा है कि क्योंकि चीन से इटली पहुंची एक फ्लाइट में आधे से ज्यादा यात्री कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं इसके चलते ही इटली सरकार ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR) अनिवार्य कर दिया है। सभी देशों में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड-19 जांच अनिवार्य करना यह साफ दिखा रहा है कि वैश्विक चिंता बहुत बड़ी बनी हुई है क्योंकि वायरस के प्रकोप से बचने के लिए सभी देश अपना योगदान दे रहे हैं।
चीन के फैसलों से लोगों की जान को खतरा
वाशिंगटन हडसन यूनिवर्सिटी नामक संस्थान में चीनी केंद्र के निदेशक माइल्स यू का कहना है कि जो आज वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस नाम का खतरा मंडरा रहा है उसका चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिटी पार्टी के सख्त पाबंदियों में अचानक ढील छोडने के फैसले से सीधा संबंध है। वहीं माइल्स यू ने अपने एक ईमेल में कहा कि “इतने लंबे समय तक शून्य कॉविड लॉकडाउन की बेवकूफी नहीं कर सकते जो विफल साबित हुआ हो और फिर अचानक से चीन से संक्रमितों की भीड़ को बाहर निकलने के लिए आजाद कर दूसरे देशों में लाखों लोगों को संक्रमण करने के जोखिम में डाल दिया गया।”
New Year से हो जाएगा लागू
चीन में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को मध्य नजर रखते हुए व जापान समेत कई अन्य देशों में भी हाल ही में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली।जिसके चलते भारत सरकार ने गुरुवार को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाया है, छह देशों से आने वाले नागरिकों के लिए कोरोना की आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR) अनिवार्य का दिया गया है। इस फैसले को नए साल से लागू किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने एक ट् वीट में कहा कि, “1 जनवरी 2023 से चीन, जापान, हांगकांग, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों की आरटी पीसीआर जाँच (RT-PCR) अनिवार्य कर दी गई है। यात्रियों को यात्रा से पहले अपनी रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी जरूरी रहेगी।” अमेरिका ने भी पहले ही चीन से आने वाले सभी नागरिकों के लिए Covid-19 संबंधित जाँच अनिवार्य करने की घोषणा बुधवार को की थी।
2020 के आंकड़ों के मुताबिक हालात थे भयानक
2020 में भारत में COVID-19 के आंकड़ों के मुताबिक 7 अगस्त 2020 में 20 लाख का आंकड़ा पार कर दिया था, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, वहीं 20 नवंबर को 90 लाख, हद तो तब हुई जब इस आंकड़ें ने 19 दिसंबर 2020 को एक करोड़ को छू लिया था। वही ये आँकड़े 4 मई 2021 को दो करोड़, 23 जून 2021 को तीन करोड़ और 25 जनवरी को ये आंकड़ा चार करोड़ को छू हौका था।