थ्रेडिंग से चहरे को एक नई खूबसूरती का राज
थ्रेडिंग का अर्थ क्या होता है?
आइब्रो, होठों के ऊपरी बालों, चिन, गालों के अन चाहे बालों को हटाने की प्रक्रिया को थ्रेड कहा जाता है, जिसे धागे की सहायता से हटाया जाता है। इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला धागा कॉटन का होता है, जिसकी सहायता से छोटे-छोटे बाल भी आसानी से निकल जाते हैं,आइब्रो को एक नई शेप दी जाती है। इसका नाम कपास से लिया गया है इसमें धागे को मोड़कर बाल निकालने में मदद मिलती है, जिसके वहाँ की स्किन क्लीन व चमकदार हो जाती है। थ्रेडिंग एक टेम्पररी बालों को हटाने की प्रक्रिया है जिससे आपकी खूबसूरती और भी दमकती है। जहां आज के ट्रेंड में महिलायें महँगे कपड़े व गहने पहनती हैं वहीं महंगे मेकअप का भी उपयोग किया जाता है लेकिन मेकअप के साथ थ्रेडिंग भी जरूरी होती है जिससे मेकअप में चाँद-चाँद लग जाते हैं। वैसे तो थ्रेडिंग लेडीस करवाती हैं, लेकिन आज कल कुछ- कुछ जेन्स भी थ्रेडिंग करवा लेते है। यह हर पार्लर में आसानी से मिल जाती है और कम दाम में होती भी है।

आइब्रो कितनी प्रकार की होती हैं?
आइब्रो तीन प्रकार की होती हैं।
- ओवल शेप
- राउंड शेप
- स्क्वायर शेप
ओवल शेप :- इस शेप से आइब्रो उभरी हुई बनती है, जिससे चहरा बहुत खूबसूरत दिखता है।
राउंड शेप:- यह थोड़ी ऊंची व गोल शेप की आइब्रो होती है जिसको भरी चहरे की स्त्रियाँ करवाती है।
स्क्वायर शेप :- इस शेप में आइब्रो को थोड़ा चोड़ा रखा जाता है, इस शेप को बड़े चहरे वाली औरतें करवाती है।
आइब्रो को बनवाने से क्या होता है?
आइब्रो को बनवाने से आपकी आइब्रो को एक नई शेप मिल जाती है, जिससे चहरे के Features को एक बैलेंस मिलता है। इससे चहरे व आपकी आंखो की सुंदरता और बढ़ जाती है। और आप एक बार फिर सबकी नजरों में होते हो तारीफ बनकर।
आइब्रो बनाने के फायदे :- आपके चहरे पर अनचाहे बालों के होने से आपकी खूबसूरती में कुछ कमी महसूस होती है बस उसी को दूर करने के लिए आइब्रो जरूरी हो गयी। आइब्रो बनवाने से आइब्रो की शेप अच्छी बनी रहती है व उनकी ग्रोथ में भी फर्क पड़ता है। और इससे स्किन भी काली ही पड़ती है।
आइब्रो बनवाने के नुकसान :- हर चीज़ अच्छी है तो उसके नुकसान भी तो होते है। उसी तरह आइब्रो के भी नुकसान है। स्त्रियाँ चाहती हैं,कि वह सबसे खूबसूरत दिखें जिसकी चाहत में वे न जाने कितने उपाय कर लेती हैं और फिर कई उपायों के नकारात्मक निर्णय होते हैं। उन्ही में से एक है थ्रेडिंग, अगर यह सही तरीके से न की जाए तो आइब्रो की शेप खराब हो जाती है, जिससे हमारा चहेरा अच्छा नही लगता और हमारी खूबसूरती में कुछ वक्त के लिए दाग लग जाता है। आइब्रो को सही तरीके व जल्दी (महीने में एक बार ) न कराये तो कभी-कभी आइब्रो में दाने या सूजन हो जाती है। अपर लिप्स की सही वैक्स न की जय तो स्कीन लाल पड जाती है। और कभी-कभी अच्छा पार्लर न होने के कारण भी हमारी आइब्रो खराब हो जाती है, इसलिए जो भी चुने सोच-समझकर चुने क्योंकि ये आपके चहरे का सवाल है।
आइब्रो बनवाने के बाद क्या न करें:-
- आइब्रो करवाने के बाद तुरंत धूप में न निकालें।
- मेकअप न करें।
- उंगलियों से न छूए।
आइब्रो बनवाने के बाद क्या करें:-
- आइब्रो करवाने के तुरंत बाद स्कीन पर पाउडर लगा लें।
- मॉइस्चराइज़र से मसाज करें।
- ठंडे पानी से चहरे को धोंले।